IPL 2024: इस सीज़न का 34वां मैच लखनऊ सुपर जायंट्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच लखनऊ के इकाना स्टेडियम में खेला जाएगा. इस सीज़न में अभी तक लखनऊ और चेन्नई के बीच एक भी मैच नहीं हुआ. लखनऊ अपना पिछले मैच हारकर तो चेन्नई अपना पिछला मैच मुंबई इंडियंस को मुंबई के वानखाड़े स्टेडियम में हराकर लखनऊ पहुंची है.
केएल राहुल की कप्तानी में खेलने वाली लखनऊ सुपर जायंट्स की टीम इस वक्त पॉइंट्स टेबल में 5वें नंबर है जबकि चेन्नई सुपर किंग्स तीसरे नंबर पर मौजूद है. आमतौर पर लखनऊ की पिच चेन्नई की तरह धीमी स्वभाव की होती है, जो स्पिनर्स के लिए मददगार साबित होती है.
ऐसे में लखनऊ की इकाना पिच पर लखनऊ और चेन्नई दोनों के बीच एक शानदार मुकाबला होने की उम्मीद की जा रही है. हालांकि, पलड़ा चेन्नई का ज्यादा भारी नज़र आ रहा है, क्योंकि वो पिछले दो मैचों में मुंबई और केकेआर को हरा कर रही है. वहीं, लखनऊ की टीम दिल्ली और केकेआर से हार कर आ रही है.
लखनऊ सुपर जायंट्स की परेशानी
लखनऊ के तेज गेंदबाज मयंक यादव ने इस सीज़न के कुछ मैचों में अपनी तेज गेंदों से पूरी दुनिया के हैरान कर दिया, लेकिन पिछले दो मैचों से मयंक को मौका नहीं मिला है, जिसकी वजह से टीम की रणनीति पर सवाल उठ रहे हैं. लखनऊ के असिस्टेंट कोच से चेन्नई के खिलाफ मयंक यादव के खेलने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी तक प्लेइंग इलेवन पर कोई फैसला नहीं लिया गया है.
गेंदबाजी लखनऊ के लिए एक बड़ी समस्या रही है, क्योंकि पिछले 2 मैचों में लखनऊ के गेंदबाज कुल 6 विकेट ही चटका पाए हैं. ऑस्ट्रेलिया के गढ़ गाबा में जाकर ऑस्ट्रेलिया को अकेले दम पर मैच हराने वाले शमार जोसेप का डेब्यू भी लखनऊ के लिए अच्छा नहीं रहा क्योंकि उन्होंने अपने पहले मैच में बिना कोई विकेट लिए 47 रन खर्च कर दिए.
बल्लेबाजी में लखनऊ की ओर से निकोलस पूरन और केएल राहुल के अलावा कोई बल्लेबाज बड़ी पारी खेल नहीं पा रहा है. वहीं, चेन्नई के पास मथिशा पथिराणा, मुस्तिफ़िज़ुर रहमान, तुषार देशपांडे, महीश तीक्षणा और रवींद्र जडेजा के रूप में गेंदबाजी का एक बेहतरीन अटैक मौजूद है. ऐसे में देखना होगा कि लखनऊ की टीम इन समस्याओं से कैसे निपटती है.
चेन्नई सुपर किंग्स की परेशानी
चेन्नई सुपर किंग्स ने इस सीज़न घर (चेन्नई) से बाहर जाकर कुल 3 मैच खेले हैं और सिर्फ 1 मैच में जीत हासिल की है. इसका मतलब है कि घर के बाहर चेन्नई का फॉर्म अच्छा ना रहना उनके लिए एक चिंता का विषय है.
इसके अलावा चेन्नई की ओपनिंग बल्लेबाजी भी उनके लिए एक चिंता का विषय बनी हुई है. चेन्नई के ओपनर बल्लेबाजों के बीच में एक बड़ी पार्टनरशिप नहीं हो पा रही है, उनका पहला विकेट जल्दी गिर जाता है और इसके कारण शुरुआती ओवर्स में ही चेन्नई के बल्लेबाजों पर दबाव आ जाता है, जिससे निकलने में उन्हें 2-3 ओवर का वक्त लग जाता है.
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