IPL 2024: इस सीज़न का 29वां मैच मेज़बान मुंबई इंडियंस और डिफेंडिंग चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स के बीच में खेला गया. इस मैच में चेन्नई सुपर किंग्स ने मुंबई इंडियंस को 20 रनों से हरा दिया. चेन्नई की ओर से श्रीलंका के बेबी मलिंगा कहे जाने वाले मथीशा पथिराना ने 4 विकेट लेकर प्लेयर ऑफ द मैच जीता. वहीं, रोहित शर्मा ने एक नाबाद शतकीय पारी खेली और उसे भी पहले महेंद्र सिंह धोनी ने आखिरी ओवर में लगातार 3 छक्कों की मदद से सिर्फ 4 गेंदों में 20 रन बना दिए.
चेन्नई ने मुंबई के खिलाफ इस मैच को जीत तो लिया लेकिन मैच की पहली पारी के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स ने दो गलतियां की, और दूसरी पारी के दौरान एक मास्टरस्ट्रोक खेला है, जिसने उनकी टीम को जीत दिला दी. आइए हम आपको इन दोनों गलतियों और मास्टरस्ट्रोक के बारे में बतात हैं.
पहली गलती: मोहम्मद नबी को अटैक ना करना
मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था, और पहला ओवर अफगानिस्तान के स्पिन ऑलराउंडर मोहम्मद नबी को थमा दिया. चेन्नई की ओर से इस मैच में रचिन रविंद्र के साथ अजिंक्य रहाणे ओपनिंग करने आए थे. इन दोनों ही बल्लेबाजों ने मोहम्मद नबी के खिलाफ बड़े शॉट्स खेलने का जोखिम नहीं उठाया.
मुंबई के वानखाड़े स्टेडियम में स्पिनर्स के लिए गेंदबाजी करना हमेशा खतरे से भरा रहता है, और अगर कोई स्पिनर पॉवरप्ले में गेंदबाजी कर रहा हो तो बल्लेबाज की खुशी दोगुनी हो जाती है. हालांकि, फिर भी मोहम्मद नबी ने पूरे में 3 ओवर डाले और सिर्फ 19 रन खर्च किए. इनमें 2 ओवर पॉवरप्ले में डाले गए थे.
ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि चेन्नई के टॉप-3 बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे, रचिन रविंद्र और रुतुराज गायकवाड़ ने मोहम्मद नबी के खिलाफ एक बार भी जोखिम नहीं उठाया और ना कोई बड़ा शॉट खेलने का प्रयास किया. अगर उन्होंने ऐसा किया होता तो शायद चेन्नई का स्कोर 220 से भी ज्यादा हो सकता था.
दूसरी गलती: धोनी का लेट आना
महेंद्र सिंह धोनी आखिरी 4 गेंदों में बल्लेबाजी करने आए और आते ही पहली 3 गेंदों पर 3 छक्के और फिर एक डबल लेकर अपनी टीम के स्कोर में 20 रनों इजाफा करके चले गए. जबकि उनसे पहले नंबर-5 पर बल्लेबाजी करने आए डैरिल मिचेल ने 14 गेंदों में सिर्फ एक चौके की मदद से 17 रन की पारी खेली.
ऐसे में जरा सोचिए कि अगर धोनी ने अपनी 4 और मिचेल की 14 यानी कुल 18 गेंद खेली होती, तो चेन्नई सुपर किंग्स का स्कोर कितना हो सकता था. धोनी इस आईपीएल सीज़न में एक क्लिन और वेरी हार्ड हीटिंग बैटर के रूप में खेल रहे हैं. उनकी क्लीन हीटिंग इतनी बढ़िया है, जितनी शायद पहले भी कभी नहीं हुई.
हालांकि, ऐसा भी हो सकता था कि अगर धोनी 16वें ओवर में आते तो उन्हें बुमराह रोक सकते थे, लेकिन फिर भी धोनी की बैट स्पीड, पॉवर हीटिंग एबिलिटी और उनका पर्सनल खौफ बुमराह जैसे गेंदबाज की लय भी बिगाड़ सकता है. लिहाजा, यह इस मैच में सीएसके की दूसरी गलती थी. हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले मैचों में धोनी अपने-आप को कम से कम 3-4 ओवर खेलने का मौका जरूर देंगे.
दूसरी पारी में चेन्नई का मास्टरप्लान
मुंबई के वानखाड़े स्टेडियम में होने वाले टी20 मैच में ऐसा माना जाता है कि जिसने टॉस जीता, मानों 90% मैच उसने ही जीत लिया. ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस मैदान पर रात में काफी ओस आ जाती है, गेंद गीली हो जाती है, गेंदबाजों को गेंदबाजी करने में काफी दिक्कत होती है, फील्डर्स को फील्डिंग करने में दिक्कत होती. ऊपर से बल्लेबाजों के लिए विकेट काफी मददगार और मैदान का एक हिस्सा काफी छोटा होता है.
कुल मिलाकर, बाद में गेंदबाजी करने वाली टीम अधिकतर मैच हार जाती है, लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स ने इस परेशानी का हल भी ढूंढ लिया था. मुस्तिफिज़ुर रहमान और रविंद्र जडेजा की गेंदों पर मुंबई के बल्लेबाज तेजी से रन बना रहे थे, तो तुषार देशपांडे और शार्दुल ठाकुर ने एक सटीक प्लानिंग के साथ गेंदबाजी की. ये दोनों गेंदबाज धीमी गेंदों का उपयोग कर रहे थे, और बल्लेबाजों को बड़ी बाउंड्री की तरफ चौके-छक्के मारने के लिए मजबूर कर रहे थे, ताकि वो आसानी से बड़े शॉट्स ना लगा पाए.
इसके अलावा ये दोनों गेंदबाज ऑफ साइड की ओर वाइड लाइन्स पर सटीक गेंदबाजी की, ताकि उनकी गेंद बल्लेबाजों की हीटिंग आर्क से दूर रहे. दोनों गेंदबाजों की ये मिश्रण-भरी गेंदबाजी करने का जैसा प्लान बनाया था, लगभग वैसा ही मैच में करके भी दिखाया.
इन दोनों गेंदबाजों की सटीक और अच्छी गेंदबाजी का फायदा मथीशा पथिराना को हुआ, जो ड्वेन ब्रावो और एरिक सिमन्स की निगरानी में चेन्नई सुपर किंग्स के एक घातक डेथ ओवर स्पेशलिस्ट गेंदबाज बन गए हैं. श्रीलंका से आने वाले पथिराना मलिंगा के जैसे एक्शन वाली गेंदबाजी करते हैं. वह 150 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से निरंतर गेंदबाजी कर सकते हैं और 120-130 किलोमीटर की धीमी गेंद डालकर बल्लेबाजों को चौंका भी सकते हैं. पथिराना के यॉकर्स काफी शानदार होते हैं, जिसने मुंबई इंडियंस के धाकड़ बल्लेबाजों को भी बड़े शॉट्स मारने नहीं दिए.
लिहाजा, गेंदबाजी के मामले में यह चेन्नई सुपर किंग्स का एक मास्टरप्लान था, जो उन्होंने मैदान पर अच्छी तरीके से करके दिखाया और मुंबई के खिलाफ वानखाड़े स्टेडियम पर डिफेंड करते हुए जीत हासिल की.
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