एक तरफ जहां पूरी दुनिया में कोरोनावायरस का कहर छाया हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ इस साल आईपीएल के 13वें सीजन के आयोजन का इंतजार किया जा रहा है। हालाकिं कोरोना वायरस के चलते अब तक आईपीएल के सीजन के आयोजन की स्थिति बन नहीं पा रही है। लेकिन बीसीसीआई किसी तरह से आईपीएल के आयोजन को लेकर काफी बेताबी से इंतजार कर रही हैं।
भारत में कोरोना का जबरदस्त प्रकोप दिखाई दे रहा है। इसी बीच भारत सरकार की तरफ से पिछले करीब दो महीनों से लॉक डाउन था। हालांकि 17 मई को लॉक डाउन 4 में कई प्रकार की छूट दी गई है। जिसमें खेलों में प्रेक्टिस को लेकर भी छूट दी गई है। भारत में लॉक डाउन अपने चौथे स्टेज पर पहुंचा है लेकिन इसके इस स्टेज में आते-आते कई तरह की छूट दे दी गई है। जिसमें खिलाड़ियों को अपने स्थानीय स्टेडियम में जाकर प्रेक्टिस करने की छूट दी गई है।
बीसीसीआई आईपीएल के आयोजन के इंतजार में है। वह इस साल के अंत तक किसी भी तरीके से आईपीएल को कराने की तरफ देख रही है। क्योंकि आईपीएल के ना होने पर बीसीसीआई को करीबन 4000 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ेगा। हालांकि इसी वजह से माना जा रहा है कि सितंबर के बाद या उस समय की स्थिति को देखते हुए आईपीएल का आयोजन कराया जा सकता है। तो वही खेल मंत्री किरण रिजिजू का बयान भी अब सामने आ गया है। और उसमें उनका बयान बहुत अहम माना जा रहा है।


केंद्रीय गृह मंत्रालय ने खेल परिसरों और स्टेडियम में शर्तों के साथ फिर से खोलने की अनुमति दी है। खेल मंत्री किरण रिजिजू नए खेल फेडरेशनो को खेल के आयोजन की अनुमति शर्तों के साथ दे रही है। जिसमें खेल मंत्री ने कहा है कि
अगर कोई खेल महासंघ किसी भी खेल कार्यक्रम का आयोजन करना चाहता है। तो वह स्टेडियम जाकर कर सकते हैं। लेकिन उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि मानक संचालन प्रक्रिया का सही तरीके से पालन किया जा रहा है।
हालांकि उनके इस बयान के बाद से ही बीसीसीआई में गर्मागर्म तेज हो गई है और वह आईपीएल के 13 वें सीजन के आयोजन को लेकर तैयारी करने के बारे में विचार कर रहे हैं। बीसीसीआई आईपीएल के सीजन को बिना दर्शकों के भी किसी तरह कराने को लेकर योजना बना रही है।
मनिका पालीवाल
