भारतीय क्रिकेट टीम पिछले लगभग दो-तीन सालों से लगातार नंबर 4 के लिए एक परफेक्ट खिलाड़ी की तलाश कर रही है। इस दौरान मैनेजमेंट ने तमाम बल्लेबाजों को आजमाया है। 2019 में भी टीम नंबर 4 के बल्लेबाज की समस्या से जूझती हुई साफ़-साफ़ दिखाई दी थी।
विश्व कप में विजय शंकर दिनेश कार्तिक ऋषभ पंत को नंबर चार पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। विश्व कप के बाद टीम मैनेजमेंट ने अय्यर को कई बार मौके दिए हैं पिछले कुछ वक्त में जिस तरीके से उन्होंने खेल दिखाया है। उसे देखकर यह कहना बिल्कुल भी गलत नहीं होगा कि अब टीम इंडिया की नंबर 4 की समस्या सुलझ गई है।

नंबर 4 के बल्लेबाज की तलाश के दौरान कप्तान विराट कोहली ने खुद को नंबर 3 पर और नंबर चार पर भी मौका दिया था। मगर वह सकारात्मक परिणाम देने में सफल नहीं हुए। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि भारतीय टीम के नंबर 4 के टॉप तीन बल्लेबाजों के बारे में


मोहम्मद अजहरुद्दीन
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 1984 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। इसके बाद बेहतरीन के लिए लगातार शानदार प्रदर्शन करते रहे और 1989 मैं इस खिलाड़ी को टीम इंडिया की कप्तानी भी मिल गई। मोहम्मद अजहरुद्दीन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए हर किसी को अपने बल्लेबाजी से हैरान कर दिया था। अजहरुद्दीन ने टेस्ट में तो नाम कमाया ही साथ में सीमित ओवर क्रिकेट यानी कि एकदिवसीय में भी अपने बल्लेबाजी का धमाल भी दिखाया। 1985 में एकदिवसीय क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद से खिलाड़ी है। नंबर 4 क्रम पर अपनी बल्लेबाजी ग्राम पर अपनी जगह पक्की कर ली है।
युवराज सिंह
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी युवराज सिंह तो भारत के नंबर 4 खिलाड़ी रहे हैं। युवराज ने सालों तक भारत के लिए नंबर चार पर शानदार बल्लेबाजी की है। और टीम इंडिया को अकेले के दम पर भी मैच जिताया हैं। हालांकि यह कहना गलत नहीं होगा कि युवी के टीम से बाहर होने के बाद टीम इंडिया लगातार नंबर चार पर बल्लेबाजी करने के लिए एक खिलाड़ी की तलाश में है। और यह तलाश उनकी आज तक पूरी नहीं हो पाई है

राहुल द्रविड़
भारतीय क्रिकेट टीम लेदर बॉल के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ ने सीमित ओवर के खेल में अधिकतर मुकाबलों में नंबर चार पर बल्लेबाजी की है। द्रविड़ ने टीम की जरूरत पड़ने पर विकेट कीपर दस्ताने भी संभाल लें हैं। पार्ट टाइम विकेटकीपिंग के तौर पर भी शानदार प्रदर्शन किया है।
हालांकि राहुल द्रविड़ को परिस्थितियों के मुताबिक नंबर 3 नंबर 4 पर खिलाया जाता रहा है। नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हुए अनुभवी खिलाड़ी रह चुके हैं उन्होंने 101 पारियों में 35.45 औसत से 3226 रन अपने नाम किए थे। इस दौरान उनके बल्ले से 2 शतक और 25 अर्धशतक भी निकले हैं।
–मनिका पालीवाल
