
बैंकाक में चल रहे एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में भारत के कविंदर सिंह बिष्ट ने 56 किग्रा वर्ग में, दीपक सिंह ने 49 किग्रा वर्ग में और आशीष कुमार ने 75 किग्रा वर्ग में जगह बना ली है। यही नहीं, भारत की महिलाओं खिलाड़ियों ने भी दमदार खेल का प्रदर्शन किया है। पूजा रानी 75 किग्रा वर्म में महिलओं के ड्रा में से जगह बनाने में कामयाब रही हैं। एल सरिता देवी ने भी निराश नहीं किया। उन्होंने 60 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता है।
साथ ही पिछले चरण में मनीषा, जिन्हें रजत पदक मिला था, वे भी 54 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक अपने नाम करने में सफल रही हैं। दीपक के लिए सबसे अच्छी बात यह रही कि उन्हें लगातार दूसरा वाकओवर मिल गया है। दरअसल कजाखस्तान के तेमिरतास झुसुपोव, जिन्हें कि चोट लग गई है, वे खेल पाने की स्थिति में नहीं थे और इस वजह से वे पीछे हट गये। ऐसे में दीपक को सीधे फाइनल में जगह मिल गई।

दूसरी ओर क्वार्टरफाइनल में कविंदर बिष्ट इस वक्त के विश्व चैंपियन कजाखस्तान के काईरात येरालिएव को हरा पाने में कामयाब रहे। वैसे इसके बाद जो मंगोलिया के एंख-अमर खाखु से उनका मुकाबला हुआ, वह बेहद रोमांचक रहा। उन्होंने ऐसा पंच मारा कि खाखु की आंख में चोट लग गयी। बाद में खाखु ने भी बिष्ट की आंखों पर प्रहार कर दिया। फिर भी बिष्ट ने इस मुकाबले में अपनी जीत सुनिश्चित कर ली।

